छाबड़ा कहते हैं, 'अगर प्रीमियम बढ़ता है और मैं उसे भरना नहीं चाहता, तो मेरे पास कम प्रीमियम वाला प्लान चुनने का विकल्प है। कई लोग पैसे बचाने के लिए डिडक्टिबल का विकल्प भी चुन रहे हैं। डिडक्टिबल का मतलब है कि एक निश्चित रकम तक का खर्च आपको खुद उठाना होगा, उसके बाद ही बीमा कंपनी भुगतान करेगी। मेडिकल महंगाई और नई तकनीक के अलावा, हेल्थ इंश्योरेंस का दायरा भी बढ़ रहा है, जिससे प्रीमियम पर असर पड़ रहा है।